दोस्तों आज हम भारत का 79 वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहे हैं,इस अवसर पर हम जानेंगें कि भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त ही क्यों चुनी गई।

कौन थे इतागाकी?

ध्रुवीय राष्ट्रों में जर्मनी ,जापान, इटली जैसे देश एक साथ मिलकर लड़ रहे थे इन्हीं देशों में से एक जापानी कमांडर जनरल थे इतागाकी।द्वितीय विश्व युद्ध में जब मित्र राष्ट्रों में मिलकर ध्रुव राष्ट्रों को हराया उसी समय दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में अंग्रेजी कमांडर थे माउंट बेटन वही माउंट बेटन, जो भारत की आजादी के समय अंग्रेजी सरकार के अंतिम गवर्नर जनरल थे।द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार के बाद यह विश्व युद्ध समाप्त हो गया।इस विश्व युद्ध में जापानी कमांडर इतागाकी ने ब्रिटिश आर्मी के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

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लॉर्ड माउंटबेटन और जापानी सेना का समर्पण

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजी सरकार की ओर से लॉर्ड माउंटबेटन को दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का कमांडर नियुक्त किया गया यह वही माउंटबेटन है जिनके समय पर भारत को आजादी मिली। लॉर्ड माउंटबेटन ब्रिटिश सरकार के भारत में अंतिम गवर्नर जनरल थे।

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जापानी सेना के कमांडर जनरल इतागाकी ने जापान की ओर से बिना किसी शर्त के सरेंडर किया। जापानी सेना ने जिस तारीख पर आत्मसमर्पण किया था वह तारीख थी 15 अगस्त 1945। इसी तारीख के बाद द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हो गया।

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माउंटबेटन का स्वार्थ:-

द्वितीय विश्व युद्ध में 15 अगस्त 1945 को जापान के समर्पण करने के बाद जब माउंटबेटन को भारत का गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया उस समय भारत में आजादी की मांग अपने चरम पर थी। विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन को अपने औपनिवेशिक साम्राज्य को संभालना मुश्किल हो रहा था। ऐसी परस्थिति में ब्रिटेन ने भारत को आजाद करने का फैसला लिया और माउंटबेटन ने भारत के आजाद करने की तिथि को 15 अगस्त को चुना और अपना स्वार्थ पूरा किया।

 

भारत के अलावा 15 अगस्त को और कौन-कौन से देश अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं!

भारत के अलावा पांच और देश ऐसे हैं जो अपना स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मानते हैं,

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया को 15 अगस्त 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान की सरेंडर करने पर स्वतंत्रता मिली।

कांगो लोकतान्त्रिक गणराज्य

कांगो लोकतांत्रिक देश बना 1960 में जिसे फ्रांस द्वारा आजादी मिली।

बहरीन और लिंकटेस्टाइन देश

बहरीन और लिंकटेस्टाइन देश को ब्रिटेन की ब्रिटेन की दासता से 1971 में आजाद हुआ।

निष्कर्ष:-

भारत की आजादी की तारीख एक अंग्रेज अफसर लॉर्ड माउंटबेटन के द्वारा तय की गई तारीख है जो अंग्रेजी हुकूमत की मनमानी को दर्शाता है।