क्या था ईरान का इतिहास और सिकंदर से इसका संबंध?

ईरान का इतिहास और सिकंदर से इसका नाता:-

ईरान, जिसे प्राचीन काल में फ़ारस (Persia) कहा जाता था, एक प्राचीन और समृद्ध सभ्यता वाला देश है। इसका इतिहास हज़ारों वर्षों पुराना है। ईरान का सिकंदर महान (Alexander the Great) से गहरा ऐतिहासिक संबंध है, जो लगभग 4वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुआ था


📜 ईरान का प्राचीन इतिहास:

  • ईरान में आचेमनीड साम्राज्य (Achaemenid Empire) की स्थापना साइरस महान (Cyrus the Great) ने 6वीं शताब्दी ई.पू. में की थी।

  • यह साम्राज्य दुनिया के सबसे पहले और सबसे बड़े साम्राज्यों में से एक था। इसकी राजधानी पर्सेपोलिस (Persepolis) थी।

  • आचेमनीड साम्राज्य यूनान से लेकर भारत की सीमा तक फैला हुआ था।


⚔️ सिकंदर और ईरान (फ़ारस) का टकराव:

  • सिकंदर महान, मैसेडोनिया (यूनान) का राजा था। उसने 334 ई.पू. में फ़ारस पर चढ़ाई की।

  • उसने कई लड़ाइयों में आचेमनीड सम्राट डेरियस तृतीय (Darius III) को हराया।
    मुख्य लड़ाइयाँ थीं:

    • इस्सस की लड़ाई (Battle of Issus) – 333 ई.पू.

    • गौगामेला की लड़ाई (Battle of Gaugamela) – 331 ई.पू.

  • डेरियस की हार के बाद, सिकंदर ने फ़ारसी साम्राज्य पर अधिकार कर लिया और पर्सेपोलिस को भी जीत लिया।

  • उसने कई फ़ारसी रिवाजों को अपनाया और फ़ारसी महिलाओं से विवाह भी किया, जिससे उसने फ़ारस के साथ सांस्कृतिक मेल की कोशिश की।


🔥 पर्सेपोलिस का विनाश:

  • सिकंदर की सेना ने पर्सेपोलिस (फ़ारस की राजधानी) को जलाकर नष्ट कर दिया।
    इसे कभी-कभी बदले की भावना से किया गया कार्य माना जाता है – क्योंकि फारसियों ने पहले एथेंस पर हमला किया था।

    • सिकंदर महान (Alexander the Great) ने फारसी साम्राज्य के अंतिम सम्राट डेरियस तृतीय (Darius III) को पराजित करने के बाद पर्सेपोलिस पर अधिकार कर लिया।

    • सिकंदर की सेना ने इस समृद्ध शहर को लूटा और उसमें मौजूद खजाने को अपने साथ ले लिया। कहा जाता है कि उस खजाने को उठाने में हजारों ऊँट और खच्चर लगे थे।

    • नशे में फैसला:

      • एक कथा के अनुसार, सिकंदर और उसके साथी शराब के नशे में थे जब एक ग्रीक महिला थाईस (Thais) ने उसे उकसाया और कहा कि वह एथेंस की जलती हुई यादों का बदला ले।

      • नशे में धुत्त सिकंदर ने आदेश दिया, और महल को आग लगा दी गई।

      • यह माना जाता है कि सिकंदर ने 480 ई.पू. में फारसियों द्वारा एथेंस (यूनान) को जलाने का बदला लिया।

      • सिकंदर ने खुद को “यूनानी सभ्यता का रक्षक” मानते हुए फारसियों से बदला लेने के लिए पर्सेपोलिस को जलाया।

      • पर्सेपोलिस पूरी तरह जलकर खंडहर में बदल गया।

      • आज भी इसके खंडहर ईरान में शिराज़ के पास मौजूद हैं और यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Site) के रूप में संरक्षित हैं।


🌐 सांस्कृतिक प्रभाव:

  • सिकंदर के ईरान पर अधिकार के बाद वहाँ यूनानी-फ़ारसी संस्कृति का मिश्रण हुआ, जिसे हेलनिस्टिक युग (Hellenistic Era) कहा जाता है।

  • कई यूनानी नगर बसाए गए और यूनानी भाषा तथा शिक्षा का प्रसार हुआ।


निष्कर्ष:

ईरान का सिकंदर से नाता मुख्यतः एक ऐतिहासिक टकराव और सांस्कृतिक विलय का है।
सिकंदर ने फ़ारसी साम्राज्य को समाप्त किया लेकिन साथ ही उसके तत्वों को अपनाकर एक नई सांस्कृतिक पहचान बनाई।

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